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संचालन रणनीति भाग २ (Operational Strategy-2)

संचालन रणनीति

“विचारों को सच मे उतारणे के लिए अपनी क्षमताओं पर विश्वास करना जरूरी है | “

जैसे की हमने हमारे पहले आर्टिकल मे जाना की संचालन रणनीति आखिर होता क्या है? संचालन रणनीति (Operational Strategy) संगठन (Organizations) के सभी घटकों या फिर कहे विभागों के (Functions) कार्यों को पूरा करने के लिए रचना (Framework) प्रदान करता है | आसान भाषा मे समझे तो संचालन रणनीति (Operational Strategy) उत्पादों, सेवाओं और प्रक्रियाओं को बेहतर बनाने की क्षमता प्रदान करती है| मजबूत संचालन रणनीति का इस्तेमाल नहीं करने से बहुत सी छोटी बड़ी कंपनियां आज मार्केट में रहने के लिए संघर्ष कर रहे है| इस आर्टिकल में हम जानेंगे की संचालन रणनीति कैसे बनाते हैं और रणनीति तैयार करते समय किन बातों पर विचार करने की जरूरत है|

कोई भी संचालन रणनीति बनाने से पहले मार्केट रिसर्च कर मार्केट की दिशा और इसकी गतिशीलता को समझना जरूरी है और यह भी जरूरी है की हम कहा पर है ? क्या कर रहे ? मार्केट रिसर्च के वजह से हमे मार्केट और प्रतियोगी के बारे मे महत्वपूर्ण जानकारी मिलती है जैसे की प्रतियोगिता की तीव्रता, प्रतियोगितायों के अनोखे स्टाईल के बारे मे जो ग्राहक को उनके साथ बांधे रखता हैं, और वे कैसे बेहतर सामान और सेवाएं प्रदान कर रहा है| तो आप उनसे कैसे प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं और इनसे अलग हम  क्या नया कर सकते है| और ग्राहकों की अपेक्षाएं, अपेक्षा और हमारी अभी के अॉफर के बीच छुटनेवाली (Missing) लिंक के बारे मे जानकारी मिलती है | साथ ही अपनी कंपनी की ताकत, कमजोरियों, अवसरों और खतरों का विश्लेषण करें। आपूर्ति श्रृंखला (supply chain) में सुधार करें ताकि लोगों का आप पर विश्वास बना रहे| अपने संचालन प्रयासों को मापने और अनुकूलित करने के लिए मजबूत एनालिटिक्स टीम विकसित करें| संचालन रणनीति बाजार की गतिशीलता और कई मुद्दों की ओर संगठनों (Organizations) को निर्देशित करती रहती है तो इस पर विचार करना चाहिए| समग्र व्यावसायिक रणनीति योजना का अध्ययन करें, ये बिजनेस प्लान के साथ मेल खाना चाहिए। कभी जरूरत पढने पर समग्र व्यापार योजना के रूप में शामिल हो सकती है। 

 

ये वो तत्व है जो एक साथ संचालन रणनीति के लिए एक रूपरेखा (Framework) प्रदान करते हैं, जैसा कि परिवर्तन सलाहकार आनंद सुब्रमण्यम द्वारा कहा गया है|

हम पहले तो व्यापार / कॉर्पोरेट रणनीति के साथ शुरू करते हैं, उद्देश्यों को पूरा करना के लिए जैसे की निवेश पर वापसी (Return on investment ), लाभ (Profit) और बढ़ोतरी (Growth)|

इसके बाद हम मार्केटिंग रणनीति की ओर बढ़ते हैं, जहां हम ग्राहक खंडों (Customer Segment), मानकीकरण (Standardization) बनाम अनुकूलन (Customization), नवाचार स्तर (Innovation Level) और लीडर -बनाम- फॉलोवर विकल्पों जैसे तत्वों पर विचार करते हैं।

इसके बाद गुणवत्ता (quality), मूल्य (price), वितरण की गति (delivery speed), डिजाइन और बिक्री के बाद समर्थन जैसे ऑर्डर-विजेता मानदंड (order-winning criteria) आते हैं।

और अंतिम में संचालन / विनिर्माण (manufacturing) रणनीति शामिल है, जिसमें संरचना के विकल्प (जैसे सुविधाएं और प्रक्रिया) और बुनियादी ढाँचे (जैसे योजना / नियंत्रण प्रणाली और कार्य संगठन) शामिल हैं। उस रणनीति में उत्पाद / प्रक्रिया डिजाइन, इन्वेंट्री, गुणवत्ता प्रबंधन, मानव संसाधन और नौकरी डिजाइन और रखरखाव के तत्व भरे हुए हैं।

 

यह वह प्राथमिकताओं का मुकाबला है जिसके ध्यान मे रखना चाहिए|

लागत (Cost) : यह ऑपरेशन रणनीति है जो कम कीमत पर प्रतिस्पर्धा करने की क्षमता रखती हैं| यानी अगर आप शुरूआत में उत्पादन की किंमत कम रखे तो आपको फायदा (Profit) ही होगा|

गुणवत्ता (Quality) : उच्च गुणवत्ता व सुसंगत गुणवत्ता पर प्रतिस्पर्धा करने की क्षमता होती है|

समय (Time) : तेजी से वितरण, डिलिवरी की गति, समय पर डिलिवरी और डिलिवरी मे विकास प्रतिस्पर्धा करने की क्षमता प्रदान करता है|

निर्भरता (Dependability) : विश्वसनीय वितरण पर प्रतिस्पर्धा करने की क्षमता रखती है|

लचीलापन (Flexibility) : नए उत्पादों या सेवाओं, विस्तृत चयन और समय के साथ प्रतिस्पर्धा करने की क्षमता| साथ ही अनुकूलन, विविधता, मात्रा लचीलापन होना जरूरी है|

 

बाजार में मौजूद रहने के लिए, आपके पास व्यापार में स्वीकार्य गुणवत्ता, मूल्य, प्रतिष्ठा और विश्वसनीयता होनी चाहिए। वास्तव में बाजार में अधिक ऑर्डर के लिए, थोड़े बदलाव की जरूरत पढ़े तो बदलाव जरूर करे क्योंकि आपको गुणवत्ता, मूल्य, वितरण की गति, वितरण की स्थिरता और विश्वसनीयता जीतने की आवश्यकता है।

इन उत्पादन प्राथमिकताओं को ध्यान मे रखते हुए योजना लिखे इसके साथ ही वर्तमान और भविष्य मैं ग्राहकों की प्राथमिकताओं के बारे में भी सोचना चाहिए| अब टेक्नोलॉजी इस्तेमाल ज्यादा बढ गया है तो जो कुछ भी आपका प्लान होगा इसमे टेक्नोलॉजी को लेकर ही होना चाहिए| यह दीर्घकालिक संचालन (long-term operations)  के सफलता के लिए महत्वपूर्ण है।

Smart sheet के आर्टिकल मे क्रिस्टियन रेनेला का हवाला दिया गया है की, “जब एक रणनीतिक ऑपरेशन योजना लिखी जाती है, तो मेरा सुझाव है कि इसे पूरी तरह से न लिखें।  केवल प्रारंभिक बिंदुओं (points) को लिखना उचित है।  फिर, बाजार की जरूरतों के अनुसार इसे पूरा करने के लिए योगदान करें |  एक और दिलचस्प बात लचीलापन के बारे में है।  हमेशा नए संशोधनों के लिए खुले रहें, न केवल लेखन के क्षण में, बल्कि एक बार जब आप योजना को लागू कर लेते हैं।”

https://www.smartsheet.com/operations-strategies-definitions-process-plans-pro-insights

                                                                                                       – आम्रपाली तावरे

ज्ञान की नींव मजबूत करें और खुद को विकसित करें।”

November 5, 2020

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